अनवर हुसैन
कोलकाता, 16 सितंबरः निर्देशक सौरभ सरकार के निर्देशन में बनी प्रोजेक्ट आधारित शार्ट फिल्म अलोक मुखी का विशेष शो शनिवार को राज्य सरकार के फिल्म सेंटर नंदन प्रेक्षागृह में संपन्न हुआ। फिल्म को देखने के लिए दर्शकों की भीड़ उमड़ पड़ी। नंदन प्रेक्षागृह 3 दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था जिसमें विशिष्ट व्यक्ति व बुद्धिजीवी शामिल हुए। यह फिल्म उत्तर दीनाजपुर के डॉ. मेघनाद शाहा कॉलेज के सिने क्लब के सहयोग से तैयार की गई है। 18 मिनट 30 सेकेन्ड की इस शार्ट बांग्ला फिल्म के जरिए लैंगिग भेद भाव और नारी शिक्षा के प्रति लोगों को जागरुक करने का प्रयास किया गया है। निर्देशक सौरव सरकार इतने कम समय की एक फिल्म में कलात्मक ढंग से सामाजिक संदेश देने में सफल हुए हैं।
फिल्म की कहानी एक गांव के निम्न मध्यवर्गीय परिवार से शुरू होती है। परिवार में माता-पिता की दो संतानें एक बेटा और एक बेटी है। दोनों युवा हैं। माता-पिता को अपने बड़े बेटा को लेकर कोई चिंता नहीं है। लेकिन कॉलेज में पढ़नेवाली बेटी की शादी को लेकर चिंता है। माता-पिता पढ़ाई बंद करवाकर शादी करने के बारे में सोच रहे हैं और वर की तलाश भी कर रहे हैं। लेकिन लड़की शादी के लिए इतनी जल्दबाजी नहीं कर अपनी पढ़ाई पूरी करनी चाहती है। उसके माता-पिता अपनी बेटी की मत से सहमत नहीं है।लेकिन बड़ा भाई अपनी बहन की भावनाओं को समझ पाता है। वह अपनी बहन को उच्च शिक्षा के लिए चुपके से शहर ले जाना चाहता है। लेकिन माता-पिता की नजर से बच नहीं पाता है। पिता के कई सवाल पूछने पर बेटा कहता है कि वह बहन की पढ़ाई लिखाई का सारा खर्च खुद वहन करेगा। बेटा के अपनी जीद पर अड़े रहने पर माता-पिता भी अंत में तैयार हो जाते हैं। बड़ा भाई अपनी बहन को उच्च शिक्षा दिलाने के लिए शहर जाता है। बेटी को लेकर समाज में संकीर्ण भावना को उजागर करती हुई कौतूहल पैदा करते हुए फिल्म यहीं खत्म होती है।
ग्रामीण परिवेश में कलात्मक ढंग से यह फिल्म तैयार कर सौरव सरकार ने बंगाल की समृद्ध कलात्मक फिल्म की परंपरा को आगे बढ़ाने का काम किया है। यह फिल्म युवा फिल्म निर्देशक सौरभ सरकार से सार्थक फिल्म निमार्ण के क्षेत्र में बहुत कुछ उम्मीदें जगाती हैं। फिल्म के विशेष शो खत्म होने के बाद विशिष्ट व्यक्तियों ने फिल्म पर अपने विचार व्यक्त किए। सभी ने सौरव सरकार के इस कलात्मक शार्ट फिल्म की सराहना की। इस मौके पर डॉ. मेघनाद शाहा कॉलेज सिने क्लब के निदेशक गोपाल सरकार और कॉलेज के आईक्यूएसी कोआर्डिनेटर सुकुमार बरई समेत अन्य विशिष्ट व्यक्ति व फिल्म के कलाकार व तकनिशियन्स आदि उपस्थित थे। निर्देशक सौरव सरकार ने इस फिल्म के निर्माण में डॉ. मेघनाद शाहा कॉलेज और सिने क्लब के हर तरह से सहयोग करने के लिए उनके प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया।