सिफरी, बैरकपुर में मनाया गया ‘’राष्ट्रीय मछली किसान दिवस’’

सिफरी, बैरकपुर में मनाया गया  ‘’राष्ट्रीय मछली किसान दिवस’’

मंत्री की उपस्थिति में आठ राज्यों के मछली किसान हुए सम्मानित

अनवर हुसैन

अंतर्देशीय खुले जल के क्षेत्र में अग्रणी अनुसंधान संस्थान होने के नाते, आईसीएआर-सिफरी, बैरकपुर ने पश्चिम बंगाल सरकार के मत्स्य मंत्री श्री बिप्लब रॉय चौधरी और श्री गेब्रियल डी. वांग्सू मंत्री, ( कृषि, बागवानी, पशुपालन व पशु चिकित्सा और मत्स्य पालन, खाद्य और नागरिक आपूर्ति कानून मेट्रोलॉजी और उपभोक्ता मामला, अरुणाचल प्रदेश) की गरिमामयी उपस्थिति में बुधवार को “राष्ट्रीय मछली किसान दिवस” ​​मनाया। कोलकाता एनएएएस चैप्टर के सहयोग से आयोजित इस समारोह में 17 महिला मत्स पालक किसानों, उद्यमियों,, गैर सरकारी संगठनों, शोधकर्ताओं और अन्य हितधारकों सहित लगभग 150 मछुआरों और मछली किसानों ने भाग लिया। इस वर्ष, संस्थान ने आठ अलग-अलग राज्यों के ग्यारह प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया। राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस के मौके पर पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, मणिपुर, केरल, गुजरात और उत्तर प्रदेश को अपने-अपने राज्यों में अंतर्देशीय मत्स्य पालन क्षेत्र के विकास में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन श्री गेब्रियल डी. वांग्सू, माननीय मंत्री, अरुणाचल प्रदेश  सरकार द्वारा किया गया। इस मौके पर मत्स किसानों व उपस्थित अन्य हितधारकों को संबोधित करते हुए, श्री गेब्रियल डी. वांग्सू ने कहा कि मत्स्य पालन एक उभरता हुआ क्षेत्र है, और मछली किसानों/मछुआरों को सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त करने के लिए वैज्ञानिक तीरका अपनाने के बारे में गहन जानकारी देनी होगी।

पश्चिम बंगाल सरकार के मत्स्य पालन विभाग के मंत्री श्री बिप्लब रॉय चौधरी ने आठ अलग-अलग राज्यों के नामांकित किसानों को सम्मानित किया। अपने भाषण में श्री रॉय चौधरी ने अंतर्देशीय मत्स्य पालन के माध्यम से महिला सशक्तिकरण पर जोर देने की जरूरत बताई। उन्होंने मत्स्य किसानों और मछुआरों को वैज्ञानिक प्रशिक्षण देने में सिफरी की भूमिका की प्रशंसा की। इस महत्वपूर्ण अवसर पर सिफरी द्वारा प्रकाशित तीन पुस्तिकाएं जारी की गई। सिफरी, गुवाहाटी के क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र ने असम के कामरूप जिले के हाजो में राष्ट्रीय मछली किसान दिवस मनाया, जहां 30 मछुआरों ने भाग लिया। क्षेत्रीय केंद्र, बैंगलोर ने कर्नाटक के रामनगर जिले के कनवा जलाशय में कतला (लेबियोकाटला), रोहू (लेबियो रोहिता) और कर्नाटक कार्प (हाइपसेलोबारबस कार्नेटिकस) की अंगुलिकाओं का भंडारण किया और इस अवसर पर जलाशयों में पिंजरा पालन तकनीक की संभावनाओं के बारे में 50 किसानों को प्रोत्साहित किया।

राष्ट्रीय मछली किसान दिवस मनाने का प्राथमिक लक्ष्य उन प्रौद्योगिकियों के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाना है जो मछली पकड़ने के क्षेत्र के लिए फायदेमंद हैं। मछली पालन के लिए समर्पित दिवस मनाने से वैज्ञानिकों, मछली किसानों और नीति निर्माताओं का आर्थिक विकास, आजीविका सहायता और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले अंतर्देशीय मत्स्य पालन के मुद्दों पर एक साथ आना संभव है।