गरीब कल्याण सम्मेलन: प्रधानमंत्री ने किसानों और हितधारकों के साथ किया संवाद

गरीब कल्याण सम्मेलन: प्रधानमंत्री ने किसानों और हितधारकों के साथ किया संवाद

कोलकाता, 31 मईः गरीब कल्याण सम्मेलन के राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 31 मई 2002 को रेलवे इंडोर स्टेडियम, पूर्व रेलवे, बेहाला, कोलकाता में किया गया। श्री अश्विनी वैष्णव जी, माननीय रेल मंत्री; श्री सुवेंदु अधिकारी, माननीय नेता, प्रतिपक्ष, पश्चिम बंगाल विधान सभा सह अन्य निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के साथ 2000 से अधिक किसानों और हितधारकों ने इस कार्यक्रम में भागीदारी की। इस अवसर पर माननीय रेल मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति के साथ किसानों और हितधारकों का विचार-विमर्श हुआ। साथ ही किसान-वैज्ञानिक संवाद का भी सफल आयोजन किया गया। इस विशिष्ट कार्यक्रम का आयोजन भाकृअनुप-केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान  बैरकपुर, कोलकाता तथा पूर्व रेलवे, कोलकाता के साथ संयुक्त रूप से किया गया। भाकृअनुप-केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान  बैरकपुर, की ओर से जोरी एक प्रेस विज्ञप्ति में इसकी जानकारी दी गई।

दूसरी ओर आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष के तहत (देश की स्वाधीनता का 75वां वर्ष)  के उललक्ष्य में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिनांक 31 मई 2022 को नौ मंत्रालयों और संबद्ध विभागों द्वारा संचालित लगभग सोलह योजनाओं और विकास कार्यक्रमों के संबंध में इसके लाभार्थियों के साथ पारस्परिक संवाद किया। राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम, “गरीब कल्याण सम्मेलन” का आयोजन शिमला, हिमाचल प्रदेश में किया जाएगा, जहां प्रधानमंत्री ने भारत के विभिन्न राज्यों के किसानों तथा लाभार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीधे बातचीत की।

केंद्र सरकार ने एक व्यापक तौर पर लाभार्थियों के विविध जरूरतों को पूरा करने हेतु केंद्रित  कई योजनाएं शुरू की हैं जिसका उद्देश्य इन योजनाओं द्वारा समस्त लाभार्थियों तक सेवाओं को पहुंचाना है। इन 14 कल्याणकारी योजनाओं में प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, पोषण अभियान, आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, स्वच्छ भारत अभियान, जल जीवन मिशन आदि शामिल हैं।

इनमें से कई योजनाओं के लाभार्थियों की संख्या करोड़ों में और कुछ योजनाओं में दस करोड़ है जिनके द्वारा आवास, पीने योग्य पानी की उपलब्धता, भोजन, स्वास्थ्य और पोषण, आजीविका और वित्तीय सुविधाओं सहित समाज के सबसे निर्धन समुदाय की समस्याओं के  समाधान पर ध्यान केन्द्रित किया जाता है। इस संवाद द्वारा इन योजनाओं की प्रभावकारिता और लाभकारियों तक इनके पहुँच की संभावनाओं के साथ नागरिकों की आकांक्षा का आंकलन किया गया।