त्रिपुरा में मुसलमानों के विरुद्ध हिंसा पर इम्पार ने गृहमंत्री को लिखा पत्र

त्रिपुरा में मुसलमानों के विरुद्ध हिंसा पर इम्पार ने गृहमंत्री को लिखा पत्र

-अनवर हुसैन

नई दिल्लीः इंडियन मुस्लिम फार प्रोग्रेस एंड रिफार्म ( इम्पार) ने मुसलमानों के विरुद्ध सांप्रदायिक हिंसा रोकने के लिए त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पर दबाव बनाने के बाद अब गृह मंत्रालय का दरवाजा खटखटाया है।  इम्पार के कार्यकारी निदेशक खालिद अंसारी ने शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर त्रिपुरा में मुस्लिम परिवारों पर हुए हमले व मस्जिदों में तोड़फोड़ की घटना की ओर गृह मंत्रालय का ध्यान आकृष्ट किया है।

इम्पार ने गृहमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि बांग्लादेश में वहां के अल्पसंख्यक हिंदुओं पर जो हमले हुए उसे शर्मनाक बताते हुए संस्था ने तुरंत अपनी प्रतिक्रिया दी। इम्पार ने बांग्लादेश सरकार से सख्ती के साथ हिंसा रोकने की मांग की और भविष्य में इस तरह की हिंसक घटनाएं नहीं होने देने के लिए कारगर कदम उठाने की अपील की। संस्था एक ही साथ त्रिपुरा में मुसलमानों पर हुए हमले और कुछ मस्जिदों तथा मुस्लिम परिवारों के घर में तोड़फोड़ व आगजनी की घटना की ओर गृहमंत्री का ध्यान आकृष्ट करती है और अविलंब दोषियों को गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी सजा देने की मांग करती है। इम्पार ने कहा है कि त्रिपुरा में जिस तरह सांप्रदायिक हिंसा को अंजाम दिया गया उससे वहां के स्थानीय मुसलमान आतंक के साए में जी रहे हैं। संस्था ने अपने पत्र में कहा है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर जो हमले हुए वह भी शर्मनाक है। इम्पार ने पहले ही इसकी कड़ी निंदा की है। त्रिपुरा के मुसलमानों का बांग्लादेश की घटना से कोई सरोकार नहीं है। बांग्लादेश में हिंसा की की घटना का असर विश्व में कहीं और नहीं होनी चाहिए खास कर हमारे शांतिप्रिय मुल्क में तो बिलकुल इस घटना का प्रभाव नहीं पड़ने देना चाहिए। बांग्लादेश की घटना के लिए त्रिपुरा के मुसलमानों पर जुल्म और अत्याचार करना अपराध है। दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। बांग्लादेश में हिंसा की घटना के मामले में वहां 400 लोगों को हिरासत में लिया गया है जबकि त्रिपुरा पुलिस ने अभी तक एक भी हमलावर को गिरफ्तार नहीं किया है।

इम्पार ने इसका उल्लेख करते हुए त्रिपुरा में मुसमानों के विरुद्ध सांप्रदायिक हिंसा फैलाने वालों को अविलंब गिरफ्तार करने और मुस्लिम परिवारों की जानमाल की सुरक्षा की व्यवस्था करने की मांग गृहमंत्री से की है।