विद्यासागर कॉलेज में ‘जानी दुश्मन’ नाटक का हुआ मंचन

विद्यासागर कॉलेज में ‘जानी दुश्मन’ नाटक का हुआ मंचन

कोलकाता, 8 जुलाईः डॉ. मोहम्मद आसिफ आलम के निर्देन में शुक्रवार को विद्यासागर कलेज फार विमेन के सभागार में नुक्कड़ नाटक जानी दुश्मन का सफल मंचन हुआ। नशे की चपेट में आकार जीवन बर्बाद करने वाली युवा पीढ़ी को संदेश देने के लिए हिंदी विभाग के छात्राओं ने दमदार अभिनय कर नाटक को यादगार बना दिया। नशे की लत पर आधारित एक ही नाटक में तीन अलग अलग कहानियां दर्शायी गयी। एक ही नाटक में तीन घटनाओं को केंद्र में रखकर जानी दुश्मन नाटक दर्शकों को झकझोर कर रख देने में सक्षम है। छात्राओं के सशक्त अभिनय के साथ साथ डॉ. आसिफ आलम का कुशल निर्देशन का प्रभाव भी नाटक में देखने को मिला।

नाट्य मंचन के समय सभागार में विद्यासागर कालेज की प्रिंसिपल डॉ. रूपाली चौधरी और हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. आशुतोष प्रसाद सिंह समेत अन्य विभागों के शिक्षक व शिक्षिकाएं मौजूद थीं। सभी ने अपने दमदार अभिनय से नाटक को जिवंत बनाने वाली छात्राओं की सराहना की। कॉलेज की प्रिंसिपल ने नाटक में दमदार अभिनय करने वाली सभी छात्राओं को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा इस बात की जानकारी उनको मिली थी कि आसिफ आलम छात्राओं को लेकर एक नाटक करने का अभ्यास कर रहे हैं। लेकिन आसिफ इतना अच्छा नाट्य निर्देशन करते है यह मुझे देखने के बाद पहली बार मालूम हुआ। प्रिसिंपल ने डॉ. आसिफ के उम्दा निर्देशन की सराहना की। इस मौके पर प्रिंसिपल ने शिक्षक-शिक्षिकाओं को लेकर कॉलेज में एक ड्रामा क्लब शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कॉलेज में ड्राम क्लब शुरू होने से आसिफ की प्रतिभा का सही इस्तेमाल होगा और नाट्य कला में रुचि रखने वाले अन्य शिक्षक शिक्षिकाओं को भी सही दिशा निर्देश मिलेगा।

इस मौके पर डॉ. आसिफ ने कहा कि सभी के प्रशंसा करने पर उनका उत्साह बढ़ा है। वह नाट्य क्षेत्र में औऱ बेहतर करने का अपना प्रयास निरंतर जारी रखेंगे। नाटक की सफलता के लिए वह अपने हिंदी विभागाध्यक्ष और एनएसएस का विशेष रूप से धन्यवाद देना चाहेंगे जिन्होंने इस क्षेत्र में कुछ अच्छा करने के लिए प्रेरित किया। नाटक में भाग लेनेवाली सभी छात्राएं भी विशेष रूप से धन्वाद की पात्र हैं। डॉ. आसिफ ने कहा कि नुक्कड़ नाटक की अपनी एक विशेषता होती है। थीम के अनुसार गली और चौराहे पर मुक्कड़ नाटक और प्रभाव छोड़ता है। इसलिए एनएसएस के सहयोग से वह इस नाटक को आगामी दिनों में शहर के गली-चौराहों पर करेंगे ताकि नशा से मुक्ति दिलाने का संदेश समाज में व्यापक स्तर पर पहुंच सके।