सांप्रदायिक घटनाओं पर इम्पार ने पीएम को लिखा पत्र

सांप्रदायिक घटनाओं पर इम्पार ने पीएम को लिखा पत्र

प्रतिनिधिमंडल ने मिलने के लिए मांगा समय

नई दिल्ली, 17 अप्रैलः इंडियन मुस्लिम फार प्रोग्रेस एंड रिफार्म (इम्पार) ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कुछ राज्यों में सांप्रदायिक घटनाओं पर उनका ध्यान आकृष्ट किया है। इम्पार के कार्यकारी निदेशक खालिद अंसारी ने पीएम को लिखे पत्र में देश के कुछ भागों में घटित सांप्रदायिक घटनाओं पर चिंता जताते हुए संस्था के वरिष्ठ प्रतिनिधियों को साथ लेकर उनसे मिलने के लिए समय मांगा है। पत्र में इम्पार के अध्यक्ष डॉ. एमजे खान के हवाले से तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में  दूरदर्शी नेतृत्व के लिए प्रधानमंत्री की सराहना भी की गई है। इम्पार ने प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर मज़बूत फैसलों के लिए पीएम के वैश्विक राजनयिक प्रभाव विस्तार के लिए उन्हें बधाई देते हुए कहा है कि 140 करोड़ की आबादी वाला देश तेजी से राष्ट्रों के समूह में उस स्थान की ओर बढ़ रहा है जिसका वह हकदार हैं। भारतीय मूल के लोग विज्ञान, प्रौद्योगिकी, वित्त और व्यवसायों के क्षेत्र में अपने योगदान के माध्यम से दुनिया भर में गहरी पहचान बना रहे हैं। नतीजतन, भारत और भारतीयों के बारे में धारणा में काफी बदलाव दिखाई दे रहा है, और बड़ी संख्या में देशों के नागरिक हमें आशा के साथ देखते हैं।

इम्पार ने पीएम को लिखे पत्र में कहा है कि देश के संस्थान, उद्योग और यहां तक कि स्टार्टअप  नीतियों और अनुकूल कार्य संस्कृति और कारोबारी माहौल द्वारा समर्थित, भारत की अर्थब्यवस्था बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। विकास और शासन के एजेंडे और वैश्विक सहयोग के एजेंडे के माध्यम से पीएम के विजन फॉर टुमॉरो की नीतियों से  नया आत्मविश्वास पैदा हुआ है और हर कोई इसमें अपना योगदान देने के लिए तैयार हैI भारत जैसे एक बेहद विशाल और सामाजिक रूप से विविध देश में, चुनौतियां हमेशा बनी रहेंगी। परन्तु इम्पार माननीय प्रधानमंत्री का ध्यान हाल के कुछ सांप्रदायिक घटनाक्रमों की ओर आकर्षित करना  चाहता है जिसमें विभिन्न राज्यों में संघर्ष की घटनाओं में अचानक वृद्धि हुई है जो काफी परेशान करने वाली है। धार्मिक जुलूसों के दौरान हथियारों के  प्रदर्शन के साथ अत्यधिक उत्तेजक नारे, और कुछ स्थानों पर संघर्ष, और एक समुदाय विशेष के खिलाफ राज्य सरकारों द्वारा पक्षपातपूर्ण कार्रवाई, जैसा कि मध्य प्रदेश के मामले में, संभावित रूप से बड़े खतरे की स्थिति पैदा कर रही है।

इस तरह के घटनाक्रम से दुनिया भर में भारत की छवि खराब हो रही है। इससे वैश्विक स्तर पर भारत को लेकर  गलत धारणा बना सकती है और हमारे सामरिक हितों को भी प्रभावित कर सकती । इस तरह के घटनाओं से निवेश और औद्योगिक विकास पर भी बुरा असर पड़ सकता है। कौन हैं ये तत्व, जो देश के हित के खिलाफ काम कर रहे हैं और प्रधानमंत्री के विकास और शासन के एजेंडे को बाधित कर रहे हैं, इसे चिन्हित करने की जरूरत है। पत्र में कहा गया है कि समाज में शांति और न्याय विकास की पहली शर्त है। इम्पार के अध्यक्ष डॉ. एमजे खान ने पत्र में दावा किया है कि उनकी संस्था समाज में शांति और समृद्धि के लिए आपसी समझ को बढ़ावा देने में सदैव सरकार और राष्ट्र के साथ खड़ा है।