अंतरराष्ट्रीय मंच से हुआ पैरोकार पब्लिकेशन्स की पुस्तकों का लोकार्पण

अंतरराष्ट्रीय मंच से हुआ पैरोकार पब्लिकेशन्स की पुस्तकों का लोकार्पण

नूर-ए सुखन व अंदाज-ए- बयां का मुशायरा-कवि सम्मेलन संपन्न

अनवर हुसैन

कोलकाता, 30 जुलाईः पैरोकार पब्लिकेशन्स ने अब उर्दू पुस्तकों के प्रकाशन के क्षेत्र में भी कदम रख दिया है। पैरोकार ने उर्दू में पहली बार युवा शायर शाहिद नूर के गजल संग्रह ‘’दूसरी मोहब्बत’’ और नगमा नूर के गजल संग्रह ‘’मोहब्बत से ज्यादा है’’ इन दो पुस्तकों का प्रकाशन किया है। उर्दू व हिंदी में प्रकाशित इन दोनों पुस्तकों का लोकार्पण शनिवार को महाजाति सदन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय स्तर के मुशायरा- कवि सम्मेलन समारोह में किया गया। कोलकाता के नूर-ए- सुखन ने अंदाए-ए-बयां और दुबई के साथ मिलकर कोलकाता में अंतरराष्ट्रीय स्तर का मुशायरा- कवि सम्मेलन का आयोजन किया था। पुस्तक का लोकार्पण मुशायरा के खास शायरों और कवियों के कर कमलों द्वारा हुआ जिसमें शायर अजहर इकबाल, सलीम सिद्दीकी, बेलाल शाबीर, मुर्शिद आलम, तारिक कमर, जहर देवबंदी, कवि स्वयं श्रीवास्तव और शायरा शगुफ्ता यास्मिन आदि शामिल थीं। उर्दू की दोनों गजल संग्रह हार्ड बाउंड और हिंदी में पेपर बैक में प्रकाशित हुआ है। इस मौके पर रेहान सिद्दीकी, अंदाज-ए बयां दुबई की शाजिया किदवई और नूर ए- सुखन के नौजवान शायर शाहिद नूर व शायरा नगमा नूर मौजूद थीं। समारोह में मुख्य अतिथि के तौर राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री जावेद अहमद खान उपस्थित थे।

पांच बजे से शुरू होकर मुशायरा देर शाम तक चला। महाजाति सदन दर्शकों से खचाखच भरा था। कवि स्वयं श्रीवास्तव के गीतों पर श्रोता झूठ उठे। शायर अजहर इकबाल, बेलाल शबीर, तारिक कमर, मुरलीधर तालिब और शायरा शगुफ्ता यास्मिन ने भी अपने- अपने कलाम पर जमकर वाहवाही और तालियां बटोरी। दर्शकों ने सभी कवियों और शायरों के कलाम पर अपनी तालियों की गड़गड़ाहट से प्यार बरसाया। साहित्य, संस्कृति और कला की धरती कोलकाता ने शनिवार को इस मुशायरे के साथ एक बार फिर अपनी अदबी पहचान की याद दिला दी।