कोलकाता,17 जून 2022: महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के क्षेत्रीय केंद्र, कोलकाता के पूर्व प्रभारी एवं युवा लेखक-विचारक डॉ. सुनील कुमार ‘सुमन’ को ‘‘हरिचाँद ठाकुर-गुरुचाँद ठाकुर सम्मान’’ से सम्मानित किया गया है। हावड़ा स्थित रामगोपाल मंच सभागार में मूलनिवासी कर्मचारी कल्याण महासंघ (मक्कम) की प. बंगाल ईकाई,बाबासाहेब डॉ. बी.आर.अम्बेडकर मिशन, हुगली, भारतीय दलित साहित्यकार मंच (प.बं.) तथापश्चिम बंगाल सफाई कर्मचारी एकता संघ द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित एक भव्य अभिनंदन समारोह में डॉ सुनील को यह सम्मान प्रदान किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन लेखक व कवि रामजीत राम ने किया। इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित भंते रखित श्रमण, समाजसेवी शारदा प्रसाद, वरिष्ठ पत्रकार एवं ‘पैरोकार’ पत्रिका के संपादक अनवर हुसैन, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के राजभाषा अधिकारी डॉ. ब्रजेश कुमार यादव, महाराजा श्रीश चंद्र कालेज के राजनीतिशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ प्रेम बहादुर मांझी, सहायक प्रोफ़ेसर एवं युवा आलोचक डॉ. कार्तिक चौधरी, आईसेक्ट विश्वविद्यालय, हजारीबागके मीडिया विभाग के अध्यक्ष डॉ. ललित कुमार, मक्कम के राज्य सचिव एवं शिक्षक-एक्टिविस्ट विनोद कुमार राम, कोषाध्यक्ष शशिकांत प्रसाद,मूलनिवासी संघ के अध्यक्ष विष्णु पाल, रामचंद राम, रामवचन यादव, राजेश कुशवाहा तथाशंकर सिंह आदि गणमान्य वक्ताओं ने डॉ. सुनील कुमार’सुमन’ के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ. सुमन की सक्रियता एवं मार्गदर्शन से बंगाल के बहुजन समाज को वैचारिक ऊर्जा व ताकत मिली। इससे हमारा बौद्धिक संवर्द्धन भी हुआ। प. बंगाल का बहुजन समाज डॉ. सुमन का हमेशा शुक्रगुजार रहेगा। इस अवसर पर शॉल भेंट करके डॉ. सुनील की पत्नी श्रीमती पूजा का भी स्वागत किया गया।
साहित्यिक पत्रिका ‘पैरोकार’ के संपादक अनवर हुसैन ने कहा कि डॉ. सुनील शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए युवाओं का मार्गदर्शन करने में हमेशा आगे रहते हैं। अध्यापन से इतर वह दलित-शोषित समाज के उत्थान के लिए सचेष्ट रहते हैं और अपने छात्रों को भी समाज के हित में कुछ न कुछ करने के लिए प्रेरित करते रहते हैं। पैरोकार के संपादकीय सलाहकार के तौर पर डॉ. सुनील उत्कृष्ट साहित्य और शोध सामग्री के प्रकाशन में अपना अमूल्य योगदान दे रहे हैं। पैरोकार की पूरी संपादकीय टीम की ओर से मैं आज इस मंच से डॉ. सुनील के प्रति आभार व्यक्त करना चाहूंगा। उनके मार्गदर्शन से पैरोकार को साहित्य के क्षेत्र में एक नई पहचान मिली है। डॉ. सुनील के ‘‘हरिचाँद ठाकुर-गुरुचाँद ठाकुर सम्मान’’ से सम्मानित होने पर पैरोकार परिवार उन्हें हार्दिक बधाई देता है।
अपने संबोधन में डॉ सुनील कुमार ‘सुमन’ने आयोजकों का धन्यवाद देते हुए कहा कि बंगाल के दो महापुरुषों के नाम पर स्थापित इसअमूल्य सम्मान को हासिल करना मेरे लिए बहुत ही गौरव की बात है। इससे मेरी सामाजिक ज़िम्मेदारी और बढ़ गई है। हमें ‘पे बैक टू सोसाइटी’ को लेकर लगातार सक्रिय रहना है और अपने बौद्धिक-वैचारिक कारवां को हमेशा आगे बढ़ाने का काम करते रहना है। इस आयोजन को सफल बनाने में अम्बेडकर मिशन (प.बं.) के अध्यक्ष ई. वीरा. राजू,धर्मराज राम एवं गौतम पासवान आदि ने भी सहयोग किया।