पत्रकार अनवर हुसैन ने जिता ‘ऑथर ऑफ द ईयर अवार्ड

पत्रकार अनवर हुसैन ने जिता ‘ऑथर ऑफ द ईयर अवार्ड

पुरस्कार विजेता पुस्तकों में शामिल हुई रियल गर्लफ्रेंड

कोलकाता, 22 फरवरीः पत्रकार व लेखक अनवर हुसैन को ‘ऑथर ऑफ द ईयर एवार्ड 2022’ से सम्मानित किया गया है। पुस्तकें प्रकाशित करने वाला अंतरराष्ट्रीय प्रकाशन संस्थान यूकीयोटो पब्लिशिंग की ओर से 19 फरवरी को कोलकाता के जोधपुर पार्क में आयोजित कोलकाता लिटरेटी कार्निवाल में अनवर को यह प्रतिष्ठित एवार्ड प्रदान किया गया। ‘ ऑथर ऑफ द ईयर एवार्ड’ से सम्मानित होने वाले अनवर हुसैन कोलकाता के पहले ऐसे हिंदी लेखक हैं जिन्हें यह गौरव प्राप्त हुआ है। वह मूलतः पत्रकार रहे हैं और दो दशकों से अधिक समय तक हिंदी की मुख्यधारा की पत्रकारिता करने के बाद साहित्यिक लेखन की ओर उन्मुख हुए। पैरोकार पब्लिकेशन्स से 2019 में अनवर का पहला उपन्यास ‘रियल गर्लफ्रेंड’ प्रकाशित हुआ और उसी वर्ष कोलकाता पुस्तक मेला में इसका भव्य तरीके से लोकार्पण हुआ। अपने पहले अपन्यास से ही वह साहित्य जगत में चर्चित हो गए।

कोलकाता की प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था सांस्कृतिक पुनर्निमाण मिशन ने अनवर हुसैन को 2021 में सप्ताह व्यापी हिंदी मेला में ‘युगल किशोर सुकुल पत्रकारिता सम्मान’ से पुरस्कृत किया था। हिंदी पत्रकारिता में दो दशकों से अधिक समय तक योगदान के लिए उन्हें यह सम्मान मिला था। लेकिन साहित्यिक लेखन के क्षेत्र में कदम रखते ही उन्हें अपने पहले उपन्यास ‘रियल गर्लफ्रेंड’ के लिए ‘ऑथर ऑफ द ईयर एवार्ड’ प्राप्त हो जाना गर्व की बात है।

अनवर ने अपने पहले उपन्यास पर ही इस तरह का प्रतिष्ठित एवार्ड प्राप्त करने के अनुभव के बारे में कहा कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि उन्हें पहली पुस्तक के लिए ही इतना बड़ा सम्मान मिलेगा। उन्होंने कहा कि हिंदी में काल्पनिक उपन्यास लेखक को वह दर्जा नहीं मिलता है जो अंग्रेजी के एक फिक्शन राइटर को मिलता है। लेकिन अब तक जितने भी लोगों ने ‘रियल गर्लफ्रेंड’ को पढ़ा है उनके मुंह से कभी उन्होंने कोई नकरात्मक टिप्पणी नहीं सुनी। उन्हें अपने पहले उपन्यास के लेखक के तौर पर पाठकों का भरपूर प्यार मिला और इससे प्रेरित होकर ही उन्होंने अंग्रेजी के लेखकों के समकक्ष खड़ा होने का साहस किया और फिक्शन कैटेगरी में इस एवार्ड के लिए अपना नामांकन दिया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लिए गए विभिन्न भाषाओं के हजारों लेखकों के नामांकन के बीच एक नए उपन्याकार के तौर पर अपनी पहचान दर्ज कराना उनके लिए आसान नहीं था। लेकिन एमेजन के किंडल पर मौजूद ‘रियल गर्लफ्रेंड’ को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाठकों की स्वीकृति मिली थी। एमेजन पर उपन्यास की वैश्विक उपस्थिति का भी एवार्ड जितने में योगदान है।

उन्होंने कहा कि उपन्यास का शीर्षक ‘रियल गर्लफ्रेंड’ भले ही अंग्रेजी है लेकिन कथा शैली और कथावस्तु शुद्ध रूप से हिंदी का है। प्रेम कथा होने के साथ यह उपन्यास मानसिक रोग की समस्याओं को रेखांकित करता है और कुछ हद तक उसका समाधान भी प्रस्तुत करता है। आज हर दूसरा व्यक्ति किसी न किसी रूप में मानसिक रोग की समस्या से ग्रसित है। हिंदी में इस तरह के जटिल विषय को केंद्रित कर साहित्यिक रचनाएं बहुत कम लिखी गई है। यही वजह है कि ‘रियल गर्लफ्रेंड’ हिंदी में अपनी तरह का अलग और अनोखा उपन्यास है। उन्होंने कहा कि हिंदी साहित्य की स्थिति में तेजी से परिवर्तन हो रहा है। विभिन्न विषयों पर हिंदी में पुस्तकें लिखी जा रही है और प्रकाशित भी हो रही हैं। फिक्शन के क्षेत्र में अब हिंदी में उनके तरह के लेखक भी स्वीकार्य किए जाने लगे हैं। हिंदी के नए लेखकों के लिए यह सुखद है। नए और युवा लेखकों को वह संदेश देना चाहेंगे कि उन्हें सामाज से ही जीवंत पात्रों का चुनाव करना चाहिए और कथा को विस्तार देने में कल्पना का सहारा लेने के बावजूद वास्तविकता से दूर नहीं जाना चाहिए। साहित्य में समाज का वास्तविक चित्र प्रतिबिंत होगा तभी उसका जन मानस से गहरा जुड़ाव हो सकेगा।