पीएचडी की मानद उपाधि से सम्मानित होंगे जमील मंजर

पीएचडी की मानद उपाधि से सम्मानित होंगे जमील मंजर

कोलकाता, 3 मईः सामाजिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में विशेष योगदान के लिए महान सख्शियत जमील मंजर को लंदन ग्रेजुएट स्कूल कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी पीचएडी की मानद उपाधि से सम्मानित करेगा। मंजर जमील कोलकाता में राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर के दर्जनों सामाजिक संगठनों से जुड़े पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें लंदन का विश्वविख्यात शैक्षणिक संस्थान पीएचडी की मानद उपाधि प्रदान करने जा रहा है। संस्थान की ओर से घोषणा की गई है कि 25-26 जुलाई 2023 को दुबई में आयोजित एक भव्य समारोह में मंजर जमील को यह उपाधि प्रदान की जाएगी।

करीब चार दशक पहले मंजर जमील ने अपने कार्यस्थ्ल के रूप में कोलकाता को चुना। वे 1986 में बिहार के गया जिले से कोलकाता के लिए प्रस्थान किए और यहीं के होकर रह गए। कोलकाता की धरती पर जिन विभूतियों ने अपनी प्रतिभा के इंद्रधनुषी रंग विखेरे और अपनी अलग पहचान बनाई उसकी फेहरिस्त में मंजर जमील को भी शामिल किया जाएगा। उनका व्यवसायिक प्रतिष्ठान होटल करेसवुड हॉस्पिटलिटी के क्षेत्र में आज एक प्रतिष्ठित ब्रांड के रूप में जाना जाता है। व्यवसाय के क्षेत्र में यह उनकी कड़ी मेहनत का ही फल है। मंजर जमील एक सफल व्यवसायी और उद्यमी भी हैं और युवाओं को उद्यमिता विकास से जुड़ने के लिए प्रेरित करते रहते हैं। उनका मानना है कि शिक्षित युवाओं को छोटी-मोटी नौकरी की तलाश में नहीं जाकर खुद का उद्यम शुरू करने में रुचि दिखाना चाहिए। खुद का उद्यम शुरू कर वह न सिर्फ आत्म निर्भर बनेंगे बल्कि दूसरों के लिए भी रोजगार के अवसर पैदा करेंगे। अपना व्यवसाय करके दूसरों के लिए रोजगार पैजा करना भी एक सामाजिक कार्य है। इसलिए वह शिक्षित युवाओं को खुद का व्यसाय और उद्यम शुरू करने के लिए प्रेरित करते रहते हैं।

मंजर जमील सामाजिक, शैक्षणिक और सांसस्कृतिक कार्य करने वाली प्रतिष्ठित संस्थाओं जैसे मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब, मुस्लिम यतीमखाना, मुस्लिम इंस्टीच्यूट, ऑल इंडिया कौमी एकता मंच, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनलॉबोर्ड और मुस्लिम मजलिस-ए- मसावरात जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं में महत्नपूर्ण व शिर्ष पदों पर रहकर बखुबी अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाते रहे हैं। इसके अतिरिक्त वे इस्लामिक डेवलपमेंट बैंक जेद्दा के कार्यकारी सदस्य हैं। मंजर जमील उर्दू साहित्यिक मासिक पत्रिका के संपादक व संचालक के रूप में उर्दू अदब में भी अपनी पहचान रखते हैं। अपनी बौद्धिकता के कारण कम्युनिस्ट विचारधारा के करीब होने के बावजूद मंजर जमील सभी राजनीतिक दलों में अपनी स्वच्छ छवि के लिए जाने जाते हैं। इसलिए कि उन्होंने जिस क्षेत्र में भी कदम रखा वहां सामाज को कुछ न कुछ देने के लिए काम किया। वह समाज को हमेशा कुछ देने के लिए काम करने में भरोसा रखते हैं।