भारत-बांग्लादेश सांस्कृतिक पुस्तक उत्स्व 2023 संपन्न

भारत-बांग्लादेश सांस्कृतिक पुस्तक उत्स्व 2023 संपन्न

भारत-बांग्लादेश मैत्री सम्मान से सम्मानित हुई कई सख्शियतें

कोलकाता, 15 जनवरीः आल इंडिया महात्मागांधी इंस्टीच्यूट आफ कंप्यूटर साइंस एंड टेक्नोलॉजी (एआईएमआईसीएसटी) की ओर से भारत-बांग्लादेश के कूटनीतिक संबंधों के 50 वर्ष पूरे होने के मौके पर रविवार को सुजाता देवी स्मृति सदन में भारत-बांग्लादेश सांस्कृतिक पुस्तक उत्सव 2023 का आयोजन किया गया। समारोह में मौलाना आजाद यूनिर्विसटी आफ टेकनोलॉजी के कुलपति डॉ. सैकत मैत्र बतौर प्रधान अतिथि उपस्थित थे। एआईएमआईसीएसटी के चेयरमैन अमिनुल इस्लाम की पहल पर आयोजित इस सांस्कृतिक समारोह में दोनों देशों के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करनेवाले विशिष्ट व्यक्तियों को भारत- बांग्लादेश मैत्री सम्मान से सम्मानित किया गया।

डॉ. मैत्र ने बांग्लादेश मुक्तियुद्ध में सैनिकों की चिकित्सा करेवाले वाले बांग्लादेश के विशिष्ट चिकित्सक डॉ. एमयू कबीर चौधरी को स्मृति चिन्ह और पदक भेंटकर सम्मानित किया। बांग्लादेश की प्रो. डॉ. कनिज मंडल समेत अन्य कई विशिष्ट व्यक्तयों को भी सम्मानित किया गया। समारोह में भारत सरकार के कृषि व मत्स्य वैज्ञानिक अर्चनककांति दास, सामाजिक कार्यकर्ता एहतेसामुल हक और चिकित्सक शिव प्रसाद चौधरी समेत शिक्षा, कला व संस्कृति क्षेत्र में कार्य करनेवाले अन्य कई लोगों को भी सम्मानित किया गया।

सम्मान ग्रहण करने वाले अन्य विशिष्ट व्यक्तियों में बांग्लादेश के फिल्मकार शेख शाह आलम, संगीतकार लाडली शेख, डॉ. साकियो नोभा और प्रो, बेलाल अहमद आदि शामिल थे। समारोह में कलकत्ता मेट्रो रेल के डीजी प्रत्युष घोष, सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल खालिक, असित कुमार कुंडू, सफिकुल इस्लाम, मोइनुद्दीन शुभ, अबुल कलाम और अतिन घोष आदि विशिष्ट व्यक्ति उपस्थित थे।

जस्टिस मानिक लाल जाना व अन्य विशिष्ट अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। पश्चिम बंगाल सरकार के पूर्व मदरसा शिक्षा व अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री अब्दुस सत्तार व स्थानीय विधायक देवाशीष कुमार ने भारत-बांग्लादेश के बीच सुदृढ़ सांस्कृतिक व कूटनीतिक संबंधों पर विस्तृत रूप से प्रकाश कडाला। बांग्लादेश के चिकित्सक डॉ. एमयू कबीर चौधरी ने कहा कि बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में भारत ने जिस तरह से मदद की उसके लिए बांग्लादेश का हर नागरिक ऋणी है। कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। डॉ. शिव प्रसाद चौधरी की देखरेख में समारोह स्थल पर स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन किया गया जिसमें दर्शकों और श्रोताओं का साधारण स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।