सीताराम सेकसरिया ने राष्ट्र के साथ हिंदी की सेवा की

सीताराम सेकसरिया ने राष्ट्र के साथ हिंदी की सेवा की

कोलकाता 1 मई :भारतीय भाषा परिषद के संस्थापक दिवस के अवसर पर आज स्वाधीनता आंदोलन के सत्याग्रही और  महात्मा गांधी के अनुयायी सीताराम सेकसरिया को याद किया गया। परिषद की अध्यक्ष डा. कुसुम खेमानी ने कहा कि सीताराम जी सेकसरिया ने कोलकाता में स्त्री शिक्षा और हिंदी भाषा के लिए विपुल कार्य किया है। उन्होंने राष्ट्र के साथ हिंदी की भी सेवा की। वे जो बड़े सपने देखते थे उन्हें भागीरथ जी कानोड़िया पूरे करते थे। परिषद की मंत्री प्रो. राजश्री शुक्ला ने कहा कि कोलकाता में भारतीय भाषा परिषद साहित्य– संस्कृति की एक महत्वपूर्ण जगह है और इसके कार्यों की एक उज्ज्वल परंपरा है।

भवानीपुर एजुकेशन सोसायटी कॉलेज के डीन प्रो. दिलीप शाह ने कहा कि 2025 का वर्ष परिषद के 50 साल पूरे हो जाएंगे, अब इसकी स्वर्ण जयंती की तैयारी शुरू होनी चाहिए। वित्त मंत्री घनश्याम सुगला ने इसका समर्थन करते हुए कहा कि  भारतीय भाषा परिषद के पचाल साल गौरवपूर्ण उपलब्धियों से परिपूर्ण हैं। आरंभ में संस्थापक दिवस, युवा महोत्सव तथा मजदूर दिवस के अवसर पर सबको बधाई देते हुए प्रो. संजय जायसवाल ने कहा कि अब हिंदी की नई प्रतिभाओं को नई जिम्मेदारियां संभालनी हैं और नए युग को स्वर देना है। परिषद के निदेशक शंभुनाथ ने युवा महोत्सव की अध्यक्षता की।
इस अवसर पर रंगकर्मी सुशील कांति ने गीत एवं वरिष्ठ कवि सेराज खान बातिश,राज्यवर्धन, मंजु श्रीवास्तव और डॉ सुनील कुमार शर्मा सहित युवा कवि डॉ कलावती कुमारी, मनीषा गुप्ता, इबरार खान,मधु सिंह,सुषमा कुमारी, रेशमी सेनशर्मा, राज घोष,प्रभाकर साव,फरहान अजीज ने स्वरचित कविताओं का पाठ किया।
नागार्जुन की कविताओं पर आधारित कविता कोलाज में कंचन भगत,अदिति दुबे,ज्योति चौरसिया, टीना परवीन,मधु सिंह,संजना जायसवाल, सुषमा कुमारी, गायत्री वाल्मीकि,मधु साव,आदित्य तिवारी, कुसुम भगत एवं ‘चप्पल ‘ एकल नाटक पर शिखा सिंह ने बेहतरीन प्रस्तुति दी।कार्यक्रम का सफल संचालन युवा कवि सूर्यदेव राय एवं धन्यवाद ज्ञापन संस्था के वित्त सचिव घनश्याम शुगला ने दिया।