कोलकाता, 29 दिसंबरः भारत की एक महान सांस्कृतिक विरासत है जो अशोक, बुद्ब, कबीर, चैतन्य महाप्रभु, विद्यासागर, बंकिम चंद्र और रवींद्रनाथ तक विस्तृत है। बंग भूमि में आयोजित यह हिंदी मेला समाज को जोड़ने का संदेश देता है तोड़ने का नहीं। हिंदी मेला के नौजवान गांधी के आदर्शों को आगे बढ़ाए जो सत्य और अहिंसा पर आधारित है। यह बातें कही हरिजन सेवक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जानेमाने गांधीवादी चिंतक शंकर कुमार सान्याल ने। आज हिंदी मेला में काव्य नृत्य, काव्य संगीत और लोकगीत का कार्यक्रम आयोजित था जिसका दर्शकों ने भरपूर आनंद लिया। आज के आयोजन में विभिन्न भारतीय भाषाओं का सांस्कृतिक संगम देखने को मिला। प्रो. सुनंदा रॉय चौधरी ने कहा कि हिंदी मेला कोलकाता के हिंदी विद्यार्थियों और नौजवानों का एक सांस्कृतिक महोत्सव है। महेश जायसवाल ने कहा कि हिंदी मेला लंबे समय से हिंदी और बांग्ला के बीच एक महत्वपूर्ण पुल का काम कर रहा है। इस अवसर पर नृत्यांगना चंद्रिमा मंडल और नृत्य शिक्षक सौरभ चटर्जी ने अपना वक्तव्य रखा। भारतीय भाषा परिषद के निदेशक डॉ. शम्भुनाथ ने कहा कि हिंदी मेला ने हिंदी परिवार के बच्चों के बीच नृत्य और संगीत को लोकप्रिय बनाने का काम किया है। आज भी कई हिंदी घरों में नृत्य, संगीत और गान करने को अच्छी नजरों से नहीं देखा जाता और जीवन में कलाओं को प्रवेश नहीं मिला है। काव्यसंगीत और लोकगीत के निर्णायक में रितेश कुमार, ममता त्रिवेदी और सुनंदा रॉय चौधरी उपस्थित थे। काव्य नृत्य एकल का शिखर सम्मान शालिनी सिन्हा, लेडी ब्रेबॉन कॉलेज, प्रथम स्थान जेशमी घोष, सेंट ल्युक्स डे स्कूल, द्वितीय स्थान सागनिका दे, आदित्य अकादमी, तृतीय स्थान भूमिजा चंद्रा, बिहानी एकेडमी, प्रथम विशेष ईशिका महतो, स्टडी मिशन स्कूल, द्वितीय विशेष नीलिमा गिरी, श्रीरामपुर कॉलेज और काव्य नृत्य समूह का शिखर अद्रिका नस्कर एंड ग्रुप, शिव शक्ति नृत्यालय, प्रथम स्थान मणिशंकर कला केंद्र, द्वितीय स्थान आर्यन ग्रुप, राजा नरेंद्रलाल खां गोप कॉलेज, तृतीय स्थान अनुष्का ग्रुप हाजीनगर आदर्श हिंदी बालिका विद्यालय और प्रथम विशेष श्रेया ग्रुप, हाजीनगर आदर्श हिंदी बालिका विद्यालय को मिला।रूपेश यादव, जूही करन,सुशील पांडे, निशा राजभर,श्रीप्रकाश गुप्ता,धनंजय प्रसाद, इंद्रेश कुमार,पंकज सिंह,संजय सिंह ने विशेष सहयोग दिया।कार्यक्रम का सफल संचालन पूजा दूबे,सपना कुमारी और पंकज सिंह ने किया।धन्यवाद ज्ञापन जीवन सिंह ने दिया।