आईसीएआर-केंद्रीय अंतर्स्थलीय मत्स्य अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर-सिफरी), बैरकपुर, पश्चिम बंगाल ने सिक्किम सरकार के मत्स्य विभाग (डीओएफ), के सहयोग से 11 जून, 2024 को गंगटोक, सिक्किम में जागरूकता सह इनपुट वितरण कार्यक्रम आयोजित किया। संस्थान के अनसुचित जातिएवं अनुसूचित-जनजाति कार्यक्रम और पूर्वोत्तर कार्यक्रम के तहत सिक्किम के 5 (गंगटोक, सोरेंग, गेजिंग, नामची और मंगन) जिलों में 52 लाभार्थियों के बीच राज्य में सजावटी मत्स्य पालन शुरू करने के लिए एफआरपी टैंक और सहायक उपकरण जैसे इनपुट वितरित किये गये। कार्यक्रम का आयोजन डॉ. बि. के. दास, निदेशक, आईसीएआर-सिफरी, बैरकपुर; सुश्री रोशनी राय, सचिव, मत्स्य विभाग, सिक्किम गुवाहाटी और श्री के. के. श्रेष्ठ, निदेशक, मत्स्य विभाग, सिक्किम के समग्र मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम में आईसीएआर- सिफरी, बैरकपुर के निदेशक और वैज्ञानिकों; सचिव, मत्स्य विभाग, सिक्किम सरकार; निदेशक और संयुक्त निदेशक, मत्स्य विभाग, सिक्किम; सभी 5 जिलों के मत्स्य विभाग के अधिकारी और सिक्किम के मछली किसान सहित 50 प्रतिभागियों ने भाग लिया
कार्यक्रम की शुरुआत आईसीएआर-सिफरी, छेत्रीय केन्द्र, गुवाहाटी की वैज्ञानिक सुश्री नीती शर्मा के स्वागत भाषण से हुई। डॉ. बि. के. दास, निदेशक, आईसीएआर- सिफरी ने अपने स्वागत भाषण में कार्यक्रम के उद्देश्य को समझाया और राज्य में सजावटी मत्स्य पालन के महत्व के बारे में चर्चा की। सुश्री रोशनी राय, सचिव, मत्स्य विभाग, सिक्किम सरकार ने राज्य के सजावटी मछली किसानों का सहयोगऔर मार्गदर्शन करने और किसानों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए आईसीएआर- सिफरी की सराहना की । श्री लोबसांग तमांग, संयुक्त निदेशक, मत्स्य विभाग, सिक्किम ने भी सजावटी मत्स्य पालन स्टार्ट-अप के लिए इनपुट देकर सिक्किम के सजावटी मछली किसानों का समर्थन करने के लिए आईसीएआर-सीआईएफआरआई के प्रति आभार व्यक्त किया।
आईसीएआर-सिफरी के वैज्ञानिकों द्वारा सजावटी मत्स्य पालन व्यवस्थित करने, सजावटी मछलियों के प्रजनन और मछली स्वास्थ्य प्रबंधन पर चर्चा के लिए एक तकनीकी सत्र आयोजित किया गया था। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद प्रस्ताव और एफआरपी टैंक, सजावटी मछली के बीज (गोल्ड फिश और कोइ कार्प), मछली के भोजन और सिक्किम में सजावटी मत्स्य पालन के विकास के लिए सभी आवश्यक सामानों के वितरण के साथ हुआ।