सृजन युद्ध के विरुद्ध एक मानवीय प्रतिरोध है

सृजन युद्ध के विरुद्ध एक मानवीय प्रतिरोध है
कोलकाता, 19 मार्च: कोलकाता की प्रतिष्ठित संस्था सांस्कृतिक पुनर्निर्माण मिशन की ओर से पुस्तक लोकार्पण एवं मिलनोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस अवसर पर अवधेश प्रसाद सिंह की पुस्तक ‘रूस यूक्रेन युद्व 2022’ का लोकार्पण किया गया।इस अवसर पर फिल्म समीक्षक मृत्युंजय जी ने कहा कि कोई लेखक युद्ध के विषय मे  लिखता है चाहे कविता हो कहानी , वह शांति की मांग करता है।प्रो. मंजुरानी  सिंह ने कहा कि युद्ध समाप्त नहीं हुआ , लेकिन हम युद्ध नहीं शांति चाहते हैं, साहित्य के माध्यम से। जो युद्घ कर रहा है वो नहीं जानता कितना अमानवीय कार्य कर रहा है। जीवन और भविष्य दाव पर लग जाता है। युद्ध में शहादत स्त्रियों और बच्चों की होती है।इस पुस्तक के लेखक अवधेश सिंह ने कहा कि इसलिए भी यह पठनीय है कि
युद्ध के माध्यम से रूस और यूक्रेन को समझाया है। इसे पढ़कर समझ पाएंगे । कई कारण जिसकी ओर इस पुस्तक में बताया गया है। आप इस पुस्तक को पढ़ें, जिन कारणों को दिखाया है वो न रूस की ओर है न यूक्रेन की ओर। बस जो बातें हैं उसी को मैंने दिखाया ।प्रो.शम्भुनाथ ने कहा कि जब समाज में हार्मोनी टूट जाती है तब युद्ध होती है। युद्ध की समाप्ति संगीत से होती और संगीत का आनंद लें।आलोचक प्रियंकर पालीवाल ने कहा कि युद्ध शुरू करना आसान है समाप्त करना मुश्किल है।युद्ध शुरू करने वाला भी नहीं जानता यह कब और कैसे समाप्त होगा। इस अवसर पर डॉ अजय राय ने कबीर, निराला, प्रसाद आदि की कविताओं पर संगीतबद्ध प्रस्तुति की।इसके अलावा पंकज सिंह, राज घोष, प्रिया श्रीवास्तव और आदित्य तिवारी ने कविता पाठ और डॉ रमाशंकर सिंह, डॉ शिप्रा मिश्रा,डॉ राजेश मिश्र, कालीचरण तिवारी, सेराज खान बातिश, मधु सिंह, सूर्यदेव रॉय और राजेश सिंह ने लोक गीत प्रस्तुत किया और रेशमी सेन शर्मा, काजल और सपना खरवार ने नृत्य प्रस्तुत किया तथा वाद्ययंत्र पर दिव्यंदु भट्टाचार्य और अभिषेक यादव ने साथ दिया। फोटोग्राफी प्रतियोगिता में शिखर सम्मान – नेहा ठाकुर, कलकत्ता विश्वविद्यालय, प्रथम स्थान- दीपक चौधरी, हावड़ा विश्वविद्यालय, द्वितीय स्थान- संयुक्त रूप से ऋतिक रोशन, दिल्ली विश्वविद्यालय और रेशमी रॉय, बेथून कॉलेज, तृतीय पुरस्कार- चंदन रे, प्रथम विशेष- अकांक्षा साव, द्वितीय विशेष- अंजलि शर्मा को मिला। धन्यवाद ज्ञापन रामनिवास द्विवेदी ने दिया।