पार्वती विद्यापीठ में हुआ पुस्तकालय व प्रयोगशाला का उद्घाटन

पार्वती विद्यापीठ में हुआ पुस्तकालय व प्रयोगशाला का उद्घाटन

कोलकाता, 7 मार्चः प्राकृतिक चिकित्सा व योग पर प्रशिक्षण देने वाला कोलकाता का अग्रणी संस्थान पार्वती विद्यापीठ में सोमवार को पुस्तकालय व प्रयोगशाला का उद्घाटन किया गया। छात्र-छात्राओं व विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में महान गांधीवादी चिंतक व हरिजनक सेवक संघ के अध्यक्ष प्रो. शंकर कुमार सान्याल ने फिता काटकर पुस्तकालय व प्रयोगशाला का उद्घाटन किया। समारोह में उपस्थित बतौर अतिथि दमदम नगरपापिलका के चेयरमैन हरेंद्र सिंह ने प्रो. सान्याल के साथ पार्वती विद्यापीठ में योगासन हॉल व प्रयोगशाला का उद्घाटन किया और उसके बाद शिक्षण संस्थान के सभी कक्षों का निरीक्षण किया। सिंह ने योग और प्राकृतिक शिक्षा के विकास में डॉ. एनपी सिंह के कार्यों की प्रशंसा की।

प्रो. सान्याल ने प्रशिक्षण प्राप्त छात्रों को संबंधोति करते हुए कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा और योग में प्रशिक्षण लेने के बाद छात्रों को आत्मनिर्भर होने का रास्ता आसान होगा। हमारे मनिषियों खास कर महात्मा गांधी ने ऐसी शिक्षा व्यवस्था की परिकल्पना की थी जो हमें आत्म निर्भर बना सके। योग और प्राकृतिक चिकित्सा पर प्रशिक्षण लेने वाले छात्र खुद आत्मनिर्भर बनेंगे और दूसरों को भी आत्मनिर्भर बनाने का मार्ग प्रशस्त करेंगे। शिक्षा प्राप्त करने का उद्देश्य महज एक नौकरी प्राप्त करना नहीं होना चाहिए। पांच वर्षों तक डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाले सभी छात्रों को कोई भी सरकार नौकरी की गारंटी नहीं दे सकती। उत्तम शिक्षा का उद्देश्य आत्मनिर्भर बनना ही होता है। प्राकृतिक चिकित्सा और योग का प्रशिक्षण लेने वालों को भी अब बड़े-बड़े सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में काम मिल रहा है। योग व प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति में भी रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। गांधी जी के नेतृत्व में जब स्वदेशी आंदोलन चला था तो हमारे महापुरुरुषों ने प्राकृतिक चिकित्सा को ही अपनाया था। खुशी की बात है कि अब आधुनिक चिकित्सा पद्धित के समानांतर प्राकृतिक और योग चिकित्सा पद्धति को वैश्विक स्वीकृति मिलने लगी है। प्रो. सान्याल ने योग और प्राकृतिक चिकित्सा पर प्रोफेशनल कोर्स शुरू करने के लिए पार्वती विद्यापीठ के कर्णधार डॉ. एनपी सिंह की प्रशंसा की।

उद्घाटन समारोह में बतौर अतिथि डॉ. उत्तम अधिकारी, पैरोकार पत्रिका के प्रधान संपादक अनवर हुसैन और स्वामी सत्यानंद महापीठ के प्रिंसिपल महेश भट्टाचार्य ने योग और प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में पार्वती विद्यापीठ के कार्यों की सराहना की। इस मौके पर प्रो. सान्याल व अन्य अतिथियों के कर कमलों से योगा में प्रशिक्षण प्राप्त छात्र-छात्राओं को सर्टिफिकेट भी प्रदान किए गए।

पार्वती विद्यापीठ के कर्णधार डॉ. एनपी सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि उनके संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त छात्रों को लेकर वह राज्य के अलग अलग भागों में वेलनेस सेंटर स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए वह अपने छात्रों में दक्षता बढ़ाने के लिए निशुल्क सलाह देने के लिए भी तैयार हैं। उन्होंने कहा कि आज से संस्थान में शुभारंभ हुए वैदिक एंड माडर्न साइंस लाइब्रेरी में 2000 पुस्तकें और 100 से अधिक जनर्ल उपलब्ध हैं। योग और प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए छात्र इन पुस्तकों से लाभ उठा सकते हैं।