*सृजनात्मकता, सह्रदयता और प्रतिबद्धता की त्रिभुज थीं डॉ. रेखा सिंह*

*सृजनात्मकता, सह्रदयता और प्रतिबद्धता की त्रिभुज थीं डॉ. रेखा सिंह*
कोलकाता । सेठ आनंदराम जयपुरिया कॉलेज की दिवंगत प्राध्यापिका डॉ. रेखा सिंह की स्मृति में उनके मित्रों, सहकर्मियों एवं विद्यार्थियों द्वारा महाजाति सदन एनेक्सी में 15 जुलाई 2023 को स्मरण सभा का आयोजन किया गया । प्रदीप सिंह ने अपने शोक प्रस्ताव में उनके बहुआयामी व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए डॉ. रेखा सिंह को श्रद्धांजलि दी। उन्हें याद करते हुए महानगर के शिक्षाविदों, साहित्यकारों एवं विद्यार्थियों ने अपनी स्मृतियाँ साझा की । डॉ. शम्भुनाथ ने डॉ. रेखा सिंह को हँसमुख एवं सरल व्यक्तित्व का बताते हुए कहा कि वह प्रखर वक्ता थीं और उनमें वैचारिक प्रतिबद्धता थी। डॉ. चन्द्रकला पांडेय ने अपनी शिष्या को स्मरण करते हुए कहा कि रेखा सिंह ने हजारों छात्राओं में अपनी प्रतिभा के बीज रोप दिये हैं । डॉ. कमलेश जैन ने उनको जुझारू एवं कर्मठ व्यक्तित्व बताया । प्रो. हितेन्द्र पटेल ने कहा कि राजनीति में सक्रिय डॉ. रेखा सिंह ने हिन्दीभाषी लड़कियों की पारम्परिक छवि को तोड़ा । बाबू लाल शर्मा ने कहा कि दूसरों का सहयोग करने की भावना थी । मृत्युंजय श्रीवास्तव ने कहा कि रेखा सिंह की अपने विषय पर गहरी पकड़ थी । डॉ. इतु सिंह ने दुष्यंत की कविता के साथ उनको याद किया । स्मरण सभा में डॉ. रेखा सिंह के सहकर्मी सूरज साह ने उनके क्रांतिकारी व्यक्तित्व को याद किया । इस अवसर पर रामनिवास द्विवेदी, डॉ आशुतोष, प्रो. सत्यप्रकाश तिवारी, प्रो. अल्पना नायक, ऋतेश पांडेय, आदित्य गिरी, मधु सिंह समेत कई अन्य लोगों ने अपनी स्मृतियाँ साझा कीं। अलका सरावगी, प्रो. अमरनाथ, प्रो. विभा कुमारी समेत कई लोगों के शोक संदेशों का पाठ भी किया गया। कुसुम जैन ने अपनी कविता के माध्यम से उन्हें नमन किया। स्मरण सभा का संचालन तान्या चतुर्वेदी ने किया और उनकी सहायता की, मधु सिंह ने। इस अवसर पर डॉ. सिंह की छात्राओं ने उनकी प्रिय कविताओं का पाठ किया एवं गीत प्रस्तुत किये । डॉ. गीता दूबे ने कहा कि रेखा सिंह हमारे बीच हमेशा मौजूद रहेंगी। उन्होंने पूरे साहस और जीवंतता के साथ अपना जीवन जीया। रेखा सिंह के मित्रों और शुभचिंतकों ने भविष्य में सृजनात्मक कार्यों से उन्हें नहीं भूलने का संकल्प लिया।इस अवसर पर रेखा सिंह के परिवार के लोगों के साथ भारी संख्या में उनके शुभचिंतक उपस्थित थे।