युवाओं ने हिंदी कवियों के पाठ से सांस्कृतिक ऊर्जा पैदा की

युवाओं ने हिंदी कवियों के पाठ से सांस्कृतिक ऊर्जा पैदा की
कोलकाता, 27 दिसंबरःसांस्कृतिक पुनर्निर्माण मिशन द्वारा आयोजित हिंदी मेले में आज विश्वविद्यालय, कॉलेज और स्कूल के चुने गए 150 युवाओं और बच्चों ने प्रसाद, निराला, अज्ञेय, मुक्तिबोध, नागार्जुन, भावानीप्रसाद मिश्र,  केदारनाथ सिंह, अवतार सिंह पाश, राजेश जोशी, अरुण कमल आदि कवियों की कंठस्थ कविताओं की सुंदर आवृत्ति की। नागार्जुन की ’मंत्र’, भवानी प्रसाद मिश्र की ’गीतफरोश’, पाश की ’सबसे खतरनाक होता है सपनों का मर जाना’, केदारनाथ सिंह की ’पानी की प्रार्थना’ और ऐसी बीसों लंबी कविताओं का पाठ किया गया। 6–7 साल के बच्चों ने कंठस्थ कविताएं पढ़ीं। उनके अभिभावकों की उपस्थिति उत्साह भरी थी। सात दिवसीय हिंदी मेला का यह दूसरा दिन युवाओं का मेला नजर आया।
दिल्ली से आए गजलकार विनोद प्रसाद गुप्त ’शलभ’ ने मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि हिंदी कविताओं के युवाओं द्वारा सुंदर पाठ से यह संकेत निकलता है कि ऐसे आयोजनों से नई पीढ़ी को सेलेब्रिटी कलाकारों के सतही फेस्टिवलों से बचाया जा सकता है। ये बच्चे और युवा हिंदी की नई संभावनाएं हैं। प्रो. गीता दुबे ने कहा कि कविता पढ़ना भी एक कला है। हिंदी मेला विद्यार्थियों में नया काव्य संस्कार डाल रहा है।
मंजु श्रीवास्तव ने कहा कि कविताओं को कंठस्थ करने से भाषा में परिष्कार आता है। आदित्य कुमार गिरि ने कहा कि काव्य आवृत्ति में कविता के भाव को जीना महत्वपूर्ण है। वरिष्ठ कवि उदयराज सिंह ने कहा कि आवृति विधा के जरिए हिंदी कविता को एक नयी ऊंचाई मिल रही है। आनंद गुप्ता ने कहा कि हिंदी मेला बंगाल में हिंदी की जड़ों को मजबूत करता है।
प्रो. एकता हेला ने कहा कि छोटे-छोटे बच्चों की कविता याद करने की प्रतिभा को प्रेरित करता है हिंदी मेला। रचना सरन ने कहा कि हिंदी मेला युवाओं को मंच देने का बहुत बड़ा काम कर रहा है। उमा डगमान ने कहा कि हिंदी मेला में इतने सारे बच्चों की कंठस्थ कविताएं एक साथ सुनना सुखद है। यह हमें हिंदी के प्रति आश्वस्त करता है।  कार्यक्रम का सफल संचालन सपना खरवार, राहुल गौड़, सूर्यदेव रॉय, सुषमा कुमारी, राज घोष ने सफल संचालन किया।मनीषा गुप्ता ने धन्यवाद देते हुए कहा कि साहित्य इस अंधेरे में भी एक बड़ी संभावना है!! लघुनाटक प्रतियोगिता का शिखर सम्मान कल्याणी विश्वविद्यालय, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता राजेश सिंह,अभिनेत्री शिल्पी ,निर्देशक बसंत पाथडेकर,बाल कलाकार लाडो को प्राप्त हुआ। शिशु वर्ग का शिखर सम्मान अनन्या कुमारी,हरा प्रसाद प्राइमरी इंस्टीट्यूटशन, संयुक्त रूप से प्रथम अर्चित ओझा, सेंटजेविर्यस कॉलेजिएट स्कूल, आरित पाणिग्रही, इंडस वैली वलर्ड स्कूल, द्वितीय स्थान अक्षिता गरतिया, इंडस वैली वलर्ड स्कूल, तृतीय स्थान रितु जायसवाल, हरा प्रसाद प्राइमरी इंस्टीट्यूट, प्रथम विशेष श्रेयांसी जायसवाल, होली एंजेल स्कूल, सारा फरहीन, हाजीनगर आदर्श हिंदी विद्यालय, रितिका यादव, हाजीनगर आदर्श हिंदी विद्यालय, रौनक कुंडलिया, बिड़ला हाई स्कूल, आराध्या सिंह, नवप्रभात, नव्या साहा, भोलानंदा नेशनल अकादमी, अति विशेष तनिषी राय, अदित्रि शर्मा, यशवीर गुप्ता, अद्विका सिंह,शिवम साहा, अध्ययन गुप्ता, रौनक भट्टाचार्य  को मिला है। काव्य आवृति वर्ग अ का शिखर सम्मान मैत्रेयी भट्टाचार्य, इंडस वैली वलर्ड स्कूल, प्रथम स्थान नलिनी साहा, सेंट ल्यूकस डे स्कूल, द्वितीय स्थान पृषा मोइत्रा, इंडस वैली वर्ल्ड स्कूल,तृतीय स्थान अर्पिता मिश्रा, हाजीनगर आदर्श बालिका विद्यालय, प्रथम विशेष मनीषा शुक्ला, जगद्दल श्री हरी उच्च विद्यालय, आदित्य कुमार पासवान, बंडेल महात्मा गांधी विद्यालय, द्वितीय विशेष माही प्रसाद, हाजीनगर आदर्श,तृतीय अनुभव बंसल, एम. सी. केजरीवाल, चतुर्थ विशेष अंजलि सेठी, जगतदल श्री हरि उच्च विद्यालय को मिला है। क वर्ग का शिखर सम्मान अभिषेक ठाकुर, शांति निकेतन विश्वविद्यालय, प्रथम स्थान संध्या राम, खिदिरपुर कॉलेज, द्वितीय स्थान आशुतोष कुमार राउत, कलकत्ता विश्वविद्यालय, संयुक्त रूप से तृतीय संजना जायसवाल, बेथून कॉलेज, ओमकार बनर्जी, प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय, प्रथम विशेष महिमा केशरी, द्वितीय विशेष, स्वीटी कुमारी महतो, तृतीय विशेष बेबी सोनार और संयुक्त रूप से चतुर्थ विशेष सृष्टि मिश्रा और रुथ कर को मिला।कार्यक्रम को सफल बनाने में जीतू राय,अनिल साह,चंदन भगत,नंदिनी साहा ने विशेष सहयोग दिया।