मानकर कॉलेज में मना हिंदी पखवाड़ा

मानकर कॉलेज में मना हिंदी पखवाड़ा

बर्दवानः दिनांक 19 सितंबर को मानकर कॉलेज के हिंदी विभाग द्वारा हिंदी दिवस, हिंदी पखवाड़ा एवं एकल व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान का विषय था – हिंदी का वैश्विक परिदृश्य: चुनौतियां एवम संभावनाएं। मुख्य वक्ता थे – बर्दवान विश्वविद्यालय हिंदी विभाग के सहायक प्रोफेसर डा० शशि कुमार शर्मा। आयोजन का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित द्वारा किया गया।  इस अवसर पर आयोजन का शुभारंभ करते हुए कॉलेज के प्राचार्य डा० सुकांत भट्टाचार्य ने कहा कि हिंदी हमारे देश की सर्वप्रमुख भाषा है। हमें बिना किसी विवाद और मतभेद में न जाकर इसकी सम्मान करनी चाहिए और इसके विकास के लिए हर संभव प्रयास करनी चाहिए। इसे राष्ट्र भाषा की दर्जा मिलनी चाहिए। प्रमुख वक्ता डा० शादी कुमार शर्मा ने हिंदी का वैश्विक परिदृश्य: चुनौतियां एवम संभावनाएं विषय पर वक्तव्य रखते हुए कहा कि उदारीकरण की प्रक्रिया, आधुनिकीकरण का आकर्षण, बहुराष्ट्रीय कंपनियों का विस्तार से हिंदी जहां एक ओर संघर्षों एवं चुनौतियों का सामना कर रही है तो दूसरी ओर मॉरीशस, फिजी, सूरीनाम आदि देशों में अपनी पर्चा भी लहरा रही है। विदेशों में हिंदी शिक्षा का माध्यम बनती जा रही है। इसमें विपुल साहित्य लिखे जा रहें हैं। आजकल विदेशों में हिंदी में पत्र – पत्रिकाएं प्रकाशित हो रही है। हिंदी में रोजगार की संभावनाएं बढ़ रही है।

उन्होंने यह भी कहा कि हिंदी को इंस्टिट्यूशनल भाषा बनाने का मार्ग प्रशस्त करने में हम सबको अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए। बाजारवाद का तिलस्म, पॉपुलर एवं कल्चरल संदर्भों को पाठ्यक्रम में कैसे स्थान मिले, उसकी आधारशिला क्या हो आदि केंद्रीय विंदुओं का मंथन भी हमें करनी चाहिए। हिंदी विभाग की सह – प्राध्यापिका डा० कुसुम राय हिंदी में अनुवाद की भूमिका एवं महत्व पर विचार रखते हुए कहा कि विश्व साहित्य का आज हिंदी में अनुवाद हो रहा है  जो यह सिद्ध करता है कि हिंदी का भविष्य उज्जवल है। I इस अवसर पर हिंदी विभाग के भूतपूर्व छात्र प्रेम कुमार साव और सुनील कुमार नायक भी अपने वक्तव्य में कहा कि हमारा लगाव हिंदी के प्रति होनी चाहिए। अध्यापिका संयोगिता वर्मा ने कहा कि हिंदी संस्कार की भाषा है। प्रोफेसर मकेश्वर रजक ने भी वक्तव्य रखते हुए कहा कि आज हिंदी विश्व की भाषा बन चुकी है। दिनोदिन हिंदी बोलने वालों की संख्या बढ़ रहे हैं। विदेशों के विश्वविद्यालयों में हिंदी भाषा और साहित्य पढ़ाई जा रही है। लेकिन अपने ही देश में हिंदी कहीं न कहीं दुर्निती के शिकार है। इस अवसर पर हिंदी विभाग की छात्रा अंजली शर्मा एवं नैना ठाकुर ने शोधपत्र वाचन किया।इस अवसर पर हिंदी निबंध एवं छात्र – संगोष्ठी  प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसमें अव्वल आए छात्र छात्राओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन अध्यापक बैजू कुमार नोनिया ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो० मकेश्वर रजक ने किया। गौरतलब हो कि गत अठारह सितंबर को पश्चिम बंगाल के सूचना एवं प्रसारण विभाग के अंतर्गत हिंदी अकादमी द्वारा आयोजित हिन्दी लोकगीत गायन प्रतियोगिता में मानकर कॉलेज की छात्राओं ने प्रथम स्थान प्राप्त कर मानकर कॉलेज का नाम रौशन किए। उन्हें भी आज इस समारोह में सम्मानित किया गया।