स्वस्थ रहने के लिए कारगर है कसरतः यश अग्रवाल

स्वस्थ रहने के लिए कारगर है कसरतः यश अग्रवाल

आज भागदौड़ के जीवन में प्रायः हर आदमी किसी न किसी रोग से पीड़ित है। असंतुलित जीवनशैली के कारण तो कुछ लोग घातक रोगों के भी शिकार हैं। विभिन्न तरह के रोगों से छूटकारा पाने और स्वस्थ जीवन शैली के लिए कसरत करना बहुत जरूरी है। फिटनेस कोच व सिलेब्रिटी ट्रेनर यश अग्रवाल ने पैरोकार वार्ता के साथ बातचीत में स्वस्थ रहने के लिए कसरत यानी एक्सरसाइज के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। वह यश फिटनेस के फउंडर भी हैं और सेलिब्रिटिज के घर जाकर उनके बेहतर स्वास्थ के लिए कसरत के गुर भी सिखाते हैं।

स्वस्थ जीवन जीवन शैली अपनाने के लिए यश अग्रवाल विभिन्न तरह के कसरत करने पर विशेष जोर देते हैं। उन्होंने इस मुद्दे पर पैरोकार वार्ता से बातचीत में कहा कि कसरत का प्रचलन बहुत पुराना है। लेकिन कोबिड के बाद इसका महत्व बहुत बढ़ गया है। कोबिड काल में देखा गया कि जिन लोगों में मोटापा ज्यादा था और जिनकी रोग प्रतिरोधर क्षमता कम थी वे इसके प्रकोप को झेल नहीं पाए। नियमित और सही तरीके से कसरत करके रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाना संभव है। थायरायड, डायब्टिज, ब्लड प्रेसर, यथ्मा अनिद्रा आदि भयंकर बीमारी से बचने में भी कसरत मददगार साबित होता है।

अग्रवाल ने कहा कि जिन लोगों को कसरत करने के लिए समय नहीं मिलता या किसी कारण इसको अपना नहीं पाते उन्हें वे विकल्प के रूप में कुछ जरूरी सुझाव देते हैं। उनका कहना है कि जिन लोगों को कसरत करने से परहेज है वे अपने घर में सिढियों पर दो-चार बार ऊर उठना चाहिए और नीचे उतरना चाहिए। अगर कोई अपने घर की सिढ़ी पर एकाधिक बार चढ़ता और उतरता है तो वह कसरत का ही काम करता है। इसके अलावा वे कसरत नहीं करने वालों को नियमित टहलने की सलाह देते हैं। अग्रवाल का कहना है कि सुबह में टलहने का तो कोई विकल्प नहीं है। लेकिन कार्यस्थल पर या आफिस समय में भी कोई दो चार-बार कुछ देर तक टहल लेता है तो उसका ब्लड प्रेसर संतुलित रहता है और उसमें ऊर्जा का संचार भी होता है। काम काजी महिलाओं और पुरुषों को भी वह अधिक से अधिक सामान्य पानी पीने की सलाह देते हैं। इसके अतिरिक्त नीबू का सरबत, दही से बना छांछ य अन्य घरेलू पेय का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे शरीर में तरलता बनी रहती है और त्वचा में निखार आता है। आज की युवा पीढ़ी के अधिक से अधिक स्मार्ट फोन के इस्तेमाल करने और देर रात तक ओटीटी पर सम बीताने से उनके मानसिक शरीर पर भी असर पड़ता है।  इससे बचने के लिए युवाओं को नियिमित कसरत करने की जरूरत है।