जहांगिरपुरी की घटना पर इंडिया इस्लामिक सेंटर में हुई उच्चस्तरीय बैठक
नई दिल्ली, 20 अप्रैलः दिल्ली की जहांगिरपुरी में हुई सांप्रदायिक हिंसा में गिरफ्तार किए गए निर्दोष लोगों की रिहाई के लिए इम्पार कानूनी सहायता देगा। हालांकि संगठन हिंसा के लिए प्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार किसी भी पक्ष के दोषियों का समर्थन नहीं करता है। लेकिन इलाके में अमन चैन से रहने वाले जिन निर्दोष मुसलमानों को गिरफ्तार किया गया है उनकी बचाव में इम्पार खड़ा रहेगा। जहांगिरपुरी में सांप्रदायिक हिंसा से उत्पन्न परिस्थिति और चुनैतियों से निपटने के लिए बुधवार को इंडिया इस्लामिक सेंटर में इंडियन मुस्लिम फार प्रोग्रेस एंड रिफार्म (इम्पार) की हुई एक उच्चरस्चरीय बैठक में यह निर्णय किया गया। शांतिपूर्वक अपनी आजीविका चलाने वाले जिन आम मुसलमानों की दुकान और घर तोड़े गए हैं उनके पुनर्वास मुहैया कराने की दिशा में भी संस्था काम करेगी। इम्पार हिंसा में प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे कर संपत्ति के नुकसान का आकलन भी करेगा। इम्पार के अध्यक्ष डॉ. एमजे खान की अध्यक्षता में हुई बैठक में 20 से अधिक विशिष्ट मुस्लिम बुद्धजीवी शामिल थे। बैठक में मुस्लिम समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए दीर्घकालिक ठोस रणमनीति बनाने पर भी चर्चा हुई। वर्तमान घटनाओं के संदर्भ में चुनौतियों का सामना करने के लिए सामाजिक और राजनीतिक रुझानों का गहन विश्लेषण किया गया। इस तरह की समस्याओं का हल निकालने के लिए संबंधित पक्षों के साथ संवाद बढ़ाने और उच्चस्चरीय राजनीतिक भागीदारी की भी जरूरत समझी गई। मुसलमानों के विरुद्ध जो धारणा बनाई जा रही है उसके विरुद्ध सटिक और प्रमाणिक तथ्य पेश करने की बात कही गई। कौम के अंदर सामाजिक कार्यों को तेज करने, आपात स्थिति में त्वरित राहत देने तथा विधि सम्म्त तर्क पेश कर रक्षात्मक अंदाज में बातचीत की सभी प्रक्रिया अपनाने पर सहमति हुई। संस्था की ओऱ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक बैठक में विभिन्न धर्मों के लोगों के साथ आपसी संवाद कायम कर बेहतर समझ बनाने और गलतफहमियों के कारण जो अविश्वास की खाई बढ़ी है, उसको पाटने पर जोर दिया गया।